
जैसा कि नाम से ज्ञात हाेता है कि इस आसन के अभ्यास के समय व्यक्ति का आकार नाव के समान हो जाता है, जिसके कारण इसे नाैकासन कहते हैं। इस आसन के अभ्यास से नाभि पर बल अधिक पड़ता है तथा शरीर की पूरी उर्जा नाभि के मध्य आ जाती है ।
विधि:
प्रथम विधि (शुरूवाती समय में नौखिया हेतु)
– नौकासन का अभ्यास करने के लिए आप समतल स्थान पर योगा मैट के ऊपर लेट जाये एवं धीरे से बैठन की अवस्था में आना शुरू करें ।
– भुजाएँ शरीर के दोनों ओर तथ जमीन की ओर रहें। अब अपनी पैरों को सामने की तरफ फैलाएं।
– इसके बाद अपने दोनों हाथों को पीछे की तरफ ले जाकर कुल्हे (हिप्स) से थोड़ा पीछे जमीन पर रखें।
– अब अपने शरीर को थोड़ा ऊपर की तरफ उठाने की कोशिश करें, ध्यान रहे आपकी रीढ़ की हड्डी पूरी सीधी होनी चाहिए।
–अब धीरे-धीरे सांस को बाहर की तरफ छोड़ते हुए पैरों को जमीन से 45 डिग्री तक उठाएं।
– इसके बाद अपने टखनों (पिंडली और एड़ी के बीच की दोनों ओर उभरी हुई हड्डी के पास के भाग को टखना कहा जाता है) उठाकर आंख के सीध में रखे।
– सामान्य गति से सांस लेते हुए नाव या V के आकर में लगभग 10 से 20 सेकंड तक रहें । शुरूवाती अभ्यास में शरीर में कम्पन होगा एवं सन्तुलन बनाने में कठिनाई होगी जो की अभ्यास से दुरूस्त हो जायेगा।
– इसके बाद धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए सामान्य मुद्रा में आएं।
– पूरे शरीर को ढीला छोड़ दीजिये।
– इस आसन को ५ बार कीजिये।
द्वितीय विधि ( प्रथम विधि में निपूर्ण हो जाने के बाद)
– इसी आसन को फिर कीजिए, लेकिन इस बार उठी हुई स्थिति में जितना सम्भव हो सके, सारी की सारी ऊर्जा नाभी के मध्य अनुभव कीजिए ।
– श्वास छोड़ते हुए शरीर को जमीन पर एकदम गिरा दीजिये (शरीर को बिना किसी प्रकार से चोट पहुँचाए) और तुरन्त पूरे शरीर को ढीला छोड़ दीजिये।
– अब अपने शरीर को नाव की मुद्रा में लेने की – कोशिश करते हुए हिप्स और नाभि को पास लेकर आएं।
लाभ:
चर्बी कम करने में सहायक योगासन
आज के आधुनिक समय में असंतुलित आहार की वजह से तमाम लोग चर्बी की समस्या से ग्रसित हैं। नौकासन में आपके पेट और साइड की मांसपेशियां स्ट्रेच होती हैं जिससे आपको वजन कम करने में भी फायदा मिलता है। रोजाना नौकासन का अभ्यास करके आप आसानी से पेट और साइड की चर्बी को कम कर सकते हैं।
हैमस्ट्रिंग क्रैम्प्स की समस्या में भी फायदा
– नौकासन का प्रतिदिन अभ्यास करने से हैमस्ट्रिंग की मांसपेशियों के लिए बहुत उपयोगी होता है। इसके अभ्यास से आप हैमस्ट्रिंग क्रैम्प्स की समस्या में भी फायदा पा सकते हैं। नौकासन या बोट पोज का अभ्यास आपकी हैमस्ट्रिंग के साथ-साथ कूल्हों की मांसपेशियों के लिए भी फायदेमंद माना जाता है।
नौकासन से रीढ़ की हड्डी होती है मजबूत
– नौकासन या बोट पोज का अभ्यास रीढ़ की हड्डी के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। इसका अभ्यास करने से आपकी रीढ़ की हड्डियां मजबूत होती हैं और रीढ़ की हड्डी से जुड़ी कई समस्याओं में बहत फायदा मिलता है।
सावधानी:
– इस आसन का अभ्यास अल्सर, कोलाइटिस वाले रोगियों को नहीं करना चाहिए।